Goa is empty नया नया साल, फिर भी गोवा का ये हाल है ! लेकिन आप कहां गए नये साल का जश्न मनाने के लिए। नए साल के अवसर पर गोवा में पर्यटकों की संख्या में कमी की खबरें सामने आई हैं। सामाजिक कार्यकर्ता दीपिका नारायण भारद्वाज ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व में ट्विटर) पर एक वीडियो साझा करते हुए लिखा, “गोवा लगभग खाली है। बहुत कम पर्यटक हैं। यह सरकार के लिए चेतावनी होनी चाहिए। उम्मीद है कि वे इस पर कुछ कदम उठाएंगे।”
इस पोस्ट के बाद, सोशल मीडिया पर गोवा में पर्यटकों की घटती संख्या को लेकर बहस छिड़ गई। कई उपयोगकर्ताओं ने उच्च यात्रा और आवास लागत, स्थानीय परिवहन समस्याओं, और दक्षिण-पूर्व एशियाई स्थलों से बढ़ती प्रतिस्पर्धा को इस गिरावट के प्रमुख कारण बताया।
कुछ उपयोगकर्ताओं ने अपने अनुभव साझा करते हुए बताया कि गोवा में होटल और अन्य सेवाओं की बढ़ती कीमतें पर्यटकों को अन्य किफायती गंतव्यों की ओर आकर्षित कर रही हैं। उदाहरण के लिए, एक उपयोगकर्ता ने बताया कि थाईलैंड की यात्रा गोवा की तुलना में सस्ती पड़ती है।
कुछ गोवा प्रेमियों का कहना है कि गोवा में हर साल की तरह इस साल भी उतानी ही बहुत भिड पर्यटनोंकी सांख्य में जश्न मनाया जा रहा है। हालांकि, कुछ लोगों ने इस दावे का विरोध करते हुए कहा कि गोवा में पर्यटकों की संख्या में कोई विशेष कमी नहीं है और यह स्थान अभी भी नए साल के जश्न के लिए लोकप्रिय है।
गोवा की अर्थव्यवस्था में पर्यटन क्षेत्र का महत्वपूर्ण योगदान है। हाल के आंकड़ों के अनुसार, पर्यटन गोवा के सकल घरेलू उत्पाद (GDP) में लगभग 17% का योगदान देता है और राज्य में रोजगार का 40% हिस्सा इसी क्षेत्र से आता है।
पर्यटन मंत्री रोहन खुंटे ने इस बात पर जोर दिया है कि गोवा को ऐसे पर्यटकों की आवश्यकता है जो राज्य की अर्थव्यवस्था में सकारात्मक योगदान दें और GDP में वृद्धि करें।
कोविड-19 महामारी से पहले, गोवा में प्रति वर्ष लगभग 80 लाख पर्यटक आते थे, जबकि राज्य की जनसंख्या लगभग 15 लाख है। इससे राज्य के बुनियादी ढांचे पर दबाव बढ़ा, जिससे सरकार ने “गुणवत्ता वाले पर्यटन” पर ध्यान केंद्रित करने की आवश्यकता महसूस की।
पर्यटन उद्योग गोवा की अर्थव्यवस्था का मुख्य स्तंभ है, जो राज्य के विकास और रोजगार सृजन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। सरकार इस क्षेत्र को और सुदृढ़ करने के लिए विभिन्न पहल कर रही है, ताकि राज्य की GDP में पर्यटन का योगदान और बढ़ सके।
संभावित कारण
बढ़ती महंगाई: होटल, टैक्सी, और अन्य सेवाओं की कीमतों में वृद्धि के कारण बजट पर्यटक गोवा आने से हिचकिचा रहे हैं। उदाहरण के लिए, टैक्सी किराए में दोगुनी वृद्धि देखी गई है।
अन्य गंतव्यों की ओर रुझान: पर्यटक अब दक्षिण-पूर्व एशिया के सस्ते और आकर्षक स्थानों की ओर रुख कर रहे हैं, जिससे गोवा की लोकप्रियता में कमी आई है।
पर्यटन विशेषज्ञों का मानना है कोविड-19 महामारी का प्रभाव: महामारी के बाद से विदेशी पर्यटकों की संख्या में गिरावट जारी है, जिससे गोवा का पर्यटन उद्योग प्रभावित हुआ है।
सरकारी प्रतिक्रिया:
गोवा के पर्यटन मंत्री रोहन खाउंटे ने इन दावों को खारिज करते हुए कहा है कि उच्च श्रेणी के होटल लगभग पूर्ण रूप से बुक हैं, और राज्य में उच्च गुणवत्ता वाले पर्यटकों का आगमन हो रहा है।
इस बीच, हालांकि गोवा में नए साल के दौरान पर्यटकों की संख्या में कमी देखी गई है, लेकिन उच्च श्रेणी के पर्यटन में वृद्धि के संकेत भी मिल रहे हैं। बढ़ती महंगाई और अन्य गंतव्यों की प्रतिस्पर्धा के चलते गोवा के पर्यटन उद्योग को नई रणनीतियों की आवश्यकता है, ताकि सभी वर्गों के पर्यटकों को आकर्षित किया जा सके।
पर्यटन विशेषज्ञों का मानना है कि यदि यह प्रवृत्ति जारी रहती है, तो गोवा के पर्यटन उद्योग को संभावित चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है।