Indian MLA’s Salary Income : क्या आप जानते हैं, भारत में विधायक को सालाना कितनी salary देती हैं सरकारें!
Indian MLA’s Salary Income जानकर आप भी हैरान हो जाओगे। हमारे देश में आम बात होती रहती हैं की , एक बार MLA (विधायक) बनने के बाद उस विधायक कि 10 पीढीया बैठकर खा सकती हैं। हर विधायक को हर एक् सरकारी सुविधा प्रदान की जाती हैं इसके बावजूद उनको claas 1 की salary मिलती हैं। तो चलिए जा हि लेते हैं कि आखिर कितनी आंकड़े वाली लेते है विधायक वेतन।

Indian MLA’s Salary Income(भारत में विधायको)राज्यों के अनुसार अलग-अलग होती है क्योंकि हर राज्य की विधानसभा अपने विधायकों के वेतन और भत्तों को तय करती है। आम तौर पर विधायकों की वेतन में मूल वेतन, भत्ते, और सुविधाएं शामिल होती हैं। भारत मे जादा से जादा 250,000 ₹ सैलरी वाला और कम से kam 50,000 ₹ तक अलग अलग राज्यों द्वारा कम ज्यादा वेतन दिया जाता हैं। नीचे इसका पूरा विवरण दिया गया है:
राज्यों के अनुसार वेतन में भिन्नता
उच्चतम वेतन वाले राज्य
उच्चतम वेतन वाले राज्य मे तेलंगना, दिल्ली, महाराष्ट्र आदि आते है। इन राज्यों द्वारा 2.5 लाख तक वेतन दिया जाता हैं।
तेलंगाना के विधायकों को लगभग ₹2.5 लाख प्रति माह का वेतन मिलता है।
दिल्ली में विधायकों का संशोधित वेतन अब लगभग ₹2.1 लाख प्रति माह है।
महाराष्ट्र में विधायकों (MLAs) का मासिक वेतन लगभग ₹2.32 लाख है। यह वेतन आयकर से पूरी तरह मुक्त है।
मध्यम श्रेणी वेतन
- उत्तर प्रदेश, तमिलनाडु, कर्नाटक जैसे राज्यों में वेतन ₹1 लाख से ₹1.5 लाख/माह के बीच होता है।
कम वेतन वाले राज्य
पूर्वोत्तर राज्यों और छोटे राज्यों में वेतन ₹50,000 से ₹1 लाख/माह तक हो सकता है।
भारत में विधायक का वेतन – वे कितनी कमाई करते हैं?
https://youtu.be/0_J4StGXrmI?si=Uof0-BQiCKHtOB3D
मूल वेतन (Basic Salary)
यह एक निश्चित राशि होती है, जो हर महीने विधायक को दी जाती है।
भत्ते (Allowances)
- क्षेत्रीय भत्ता (Constituency Allowance) अपने क्षेत्र में काम करने और दौरे के लिए दिया जाता है।
- यात्रा भत्ता (Travel Allowance) आधिकारिक कार्यों के लिए यात्रा खर्च की भरपाई।
- दैनिक भत्ता (Daily Allowance) विधानसभा सत्र या समिति की बैठकों में भाग लेने के लिए दिया जाता है। चाहे विधायक जी सत्र मे जाए या ना जाएं।
- आवास भत्ता (House Rent Allowance) रहने के लिए घर की सुविधा या किराए की भरपाई। यानी कि विधायक जी को किशि भी तरह का खर्चे का भार नही होता।
सुविधाएं (Perks)
- निःशुल्क या सब्सिडी वाला आवास।
- रेल, हवाई यात्रा और सड़क यात्रा के लिए भत्ता।
- विधायक और उनके परिवार के लिए स्वास्थ्य सुविधाएं।
- क्षेत्रीय कार्यालय और सहायक कर्मचारी।
- पेंशन (Pension)
सेवानिवृत्त विधायकों को कुछ राज्यों में पेंशन की सुविधा मिलती है।
महत्वपूर्ण बातें
- वेतन समय-समय पर संशोधित किया जाता है।
- यदि कोई विधायक मुख्यमंत्री, मंत्री, स्पीकर या किसी समिति के अध्यक्ष का पद संभालते हैं, तो उनकी आय और अधिक बढ़ जाती है।
- वेतन में समय-समय पर वृद्धि की जाती है, जो राज्य की आर्थिक स्थिति और विधायकों की जिम्मेदारियों पर निर्भर करती है।
विधायकों (MLAs) के वेतन में इतने बड़े अंतर के कारण
भारत में विधायकों (MLAs) के वेतन में इतना बड़ा अंतर कई कारकों पर निर्भर करता है। चूँकियह अंतर राज्य की आर्थिक स्थिति, राजनीतिक प्राथमिकताओं, और विधायकों की जिम्मेदारियों के अनुसार होता है। नीचे इसके प्रमुख कारण दिए गए हैं
राज्य की आर्थिक स्थिति और संसाधन
- अमीर राज्य: जैसे तेलंगाना, महाराष्ट्र, और दिल्ली। इन राज्यों में राजस्व का स्रोत अधिक है।
- कम विकसित राज्य: जैसे उत्तर-पूर्वी राज्य, झारखंड, और छत्तीसगढ़।
जिम्मेदारियां और कार्यक्षेत्र
बड़े राज्यों जैसे उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, और राजस्थान में:
विधायकों का कार्यक्षेत्र बहुत बड़ा होता है।
अधिक जनसंख्या और बड़ी भौगोलिक सीमाओं के कारण क्षेत्रीय काम और दौरे पर अधिक खर्च होता है।
राजनीतिक प्राथमिकताएं, महंगाई और जीवनयापन की लागत, भ्रष्टाचार और पारदर्शिता के मुद्दे, समय-समय पर वेतन संशोधन, महंगाई और जीवनयापन की लागत। आदि कारण होते हैं।
इससे अब आपही कह सकते है कि विधायक जी को सुबह घर से निकलने से पहले से लेकर रात को घर में आने तक का पुरा खर्च्या Government उठाती हैं। इतनी Indian MLA’s Salary Income होती हैं।