Marathi vs Hindi मुंब्रा में मराठी का अपमान: हिंदी बनाम मराठी पर गरमाया विवाद
मुंब्रा, ठाणे जिले में हाल ही में हुई एक घटना ने मराठी भाषा के उपयोग को लेकर विवाद खड़ा कर दिया है। मुंबई में मराठी हिंदी विवाद फिरसे देखने को मिल रहा है। हाल ही में कुछ दिन पहले ही मराठी भाष्य को अभिजात भाष्य का दर्जा मिला है। दूसरी तरफ इस तरह के कुछ मराठी का अपमान करने के विवाद खड़े हो रहे हैं। तो मराठी लोगों में इसके प्रति अब बहुत चिंता व्यक्त की जा रही है। हलांकी इसके बाद अगर इसा कुछ विवाद निकल कर आता है तो जो कोई मराठी का अपमान करेगा उसको उसके घर में घुस कर मारेंगे । ऐसी बहुत सारी प्रत्यक्ष भूमिका आने लगी है। इस तरह के प्रकार देश की एकता में दुरी पैदा कर रहे हैं। तो मुंब्रा ऐसा क्या हो गया जो इतना बवाल मचा रहा है ये विवाद। आगे देखते हैं….
घटना का विवरण
यह घटना मुंब्रा, ठाणे जिले में तारीख 2 जनवरी 2025 को हुई है। तो हुआ ये की , 21 वर्षीय मराठी बोलने वाले युवक, विशाल गवली, ने एक फल विक्रेता से मराठी में बात करने को कहा। फल विक्रेता ने हिंदी में बात करने की अपनी प्राथमिकता जाहिर की, जिससे दोनों के बीच बहस हो गई। फल्विकरेताने मराठी में बोलने के लिए मन कर रहा था। तो उसी दौर में विशाल ने कहा कि “इतने दिन से महाराष्ट्र में रह रहे हो और अभी तक मराठी बोलना नहीं आता।” विशाल गवली मराठी युवक ने एक फल विक्रेता से मराठी में बात करने का आग्रह किया, जिसके बाद उसे सार्वजनिक रूप से माफी मांगने के लिए मजबूर किया गया।
तो क्या बस इतनी सी बात के बाद वाहा हिंदी वाले 50 – 60 लोग जाम हो गए। और विशाल गवली को सबने घेरा।जो बीमार मरीज के लिए फल लेने के लिए वहां गया था। उन 50-60 लोगों ने उसे धक्के देने लगे। इताने पे हाय ये लोग नहीं रुके, बाद में मैं उन्होंन उसे इसके लिए माफ़ी माँगने को बोलकर बहुत शब्दिक हिंसा की। और माफ़ी मंगवाई। ऐसा बर्ताव बिल्कुल भी ठीक नहीं है। उसे सार्वजनिक रूप से माफी मांगने के लिए मजबूर किया।
इस विवाद का वीडियो सोशल मीडिया पर व्यापक रूप से प्रसारित हो रहा है, जिसमें गवली को कान पकड़कर माफी मांगते हुए देखा जा सकता है।
इस घटना से संबंधित अधिक जानकारी और दृश्य सामग्री के लिए, आप निम्नलिखित वीडियो देख सकते हैं:
राजनीतिक प्रतिक्रिया
इस घटना के बाद, महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) के नेता अविनाश जाधव ने गवली से मुलाकात की और उनकी सुरक्षा को लेकर चिंता व्यक्त की। गवली ने दावा किया कि उनकी जान को खतरा है।
- महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) ने इस घटना पर तीखी प्रतिक्रिया दी।
- MNS नेता अविनाश जाधव ने गवली के खिलाफ हुई कार्रवाई की कड़ी निंदा की और चेतावनी दी कि इस घटना में शामिल लोगों को गंभीर परिणाम भुगतने होंगे।
पुलिस कार्रवाई
- मुंब्रा पुलिस ने इस विवाद के संबंध में दोनों पक्षों (गवली और प्रदर्शन करने वाले समूह) के खिलाफ गैर-संज्ञेय (NC) अपराध दर्ज किया।
- यह कार्रवाई निषेधाज्ञा के उल्लंघन के आरोपों के तहत की गई।
यह घटना महाराष्ट्र में भाषा और सांस्कृतिक पहचान के मुद्दों पर चल रही बहस को और गहरा करती है। स्थानीय समुदाय और राजनीतिक दलों के बीच इस मामले को लेकर विभिन्न प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं। यह घटना महाराष्ट्र में मराठी भाषा की प्रमुखता और सांस्कृतिक पहचान को लेकर जारी बहस को और तेज कर रही है।
आप इस घटना से संबंधित विस्तृत खबर और वीडियो यहां देख सकते हैं।
Sources: Times of India और Free Press Journal