Sambhal Kalki Dham Mandir :- संभल में सब मंगल मंगल।

 

संभल, उत्तर प्रदेश में हाल ही में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) द्वारा जामा मस्जिद और उसके आसपास के क्षेत्रों में खुदाई और सर्वेक्षण कार्य किया गया है।  यह विषय गहरी दिलचस्पी का कारण बन रहा है।

24 नवंबर 2024 को, भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) की टीम ने शाही जामा मस्जिद का सर्वेक्षण किया। इसके बाद, 96 घंटे तक खुदाई का कार्य जारी रहा, जिसमें 60 मजदूरों और 2 जेसीबी मशीनों का उपयोग किया गया।

21 दिसंबर 2024 को, ASI की टीम ने कल्कि विष्णु मंदिर और उससे सटे कृष्ण कूप का सर्वेक्षण किया। यह मंदिर शाही जामा मस्जिद से मात्र 500 मीटर की दूरी पर स्थित है।

 

क्या है मामला?

  1. खुदाई और सर्वेक्षण:
    • 24 नवंबर 2024 को, ASI की टीम ने संभल में जामा मस्जिद का सर्वेक्षण शुरू किया।
    • इसके बाद, 96 घंटे तक खुदाई चली जिसमें 60 मजदूरों और 2 जेसीबी मशीनों का इस्तेमाल हुआ।
    • कल्कि मंदिर के अवशेष का दावा:
      • कुछ स्थानीय संगठनों और इतिहासकारों ने दावा किया कि जामा मस्जिद के स्थान पर पहले एक ‘कल्कि विष्णु मंदिर’ था।
      • उनका कहना है कि यह मंदिर मुगल सम्राट बाबर के समय में तोड़ दिया गया और वहां मस्जिद का निर्माण किया गया।
      • इस दावे की सत्यता की जांच करने के लिए ASI ने खुदाई शुरू की ।
      • पुरातत्व विभाग इस क्षेत्र में मंदिर से संबंधित अवशेष, स्तंभ, मूर्तियां, या अन्य प्राचीन धरोहरों की तलाश कर रहा है।
      • जामा मस्जिद से लगभग 500 मीटर की दूरी पर स्थित ‘कृष्ण कूप’ और ‘कल्कि विष्णु मंदिर’ भी इस विवाद का हिस्सा हैं।
      • कुछ संगठनों ने इस स्थान पर मंदिर के पुनर्निर्माण की मांग की है, जो खुदाई की आवश्यकता का एक और कारण है।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की भूमिका:

  • 2021 में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संभल के कल्कि मंदिर का दौरा किया था।
  • इसके बाद से ही इस क्षेत्र के ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व पर ध्यान बढ़ा है।
  • योगी सरकार ने कई विवादित धार्मिक स्थलों के सर्वेक्षण और इतिहास की पुनरावृत्ति पर काम शुरू किया है।
CM Yogi Adityanath

यह मामला अयोध्या विवाद के बाद एक और महत्वपूर्ण धार्मिक और ऐतिहासिक मुद्दा बन सकता है।

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