Share Market Crash : सेंसेक्स-निफ्टी धड़ाम, रुपया रिकॉर्ड निचले स्तर पर

भारतीय बाजार में भारी गिरावट: सेंसेक्स-निफ्टी धड़ाम, रुपया रिकॉर्ड निचले स्तर पर

मुंबई, 12 जनवरी: Share market crash

भारतीय शेयर बाजार में सोमवार को भारी बिकवाली का माहौल देखने को मिला। सेंसेक्स 1,048.90 अंकों की गिरावट के साथ 76,330.10 पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 345.55 अंकों की गिरावट के साथ 23,100 के महत्वपूर्ण स्तर से नीचे फिसल गया।

यह गिरावट अमेरिकी अर्थव्यवस्था की मजबूती और वैश्विक बाजारों में आई बिकवाली के प्रभाव के कारण हुई है। अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में कटौती की संभावना कम होने से विदेशी निवेशकों ने भारतीय बाजार से भारी निकासी की। जिससे स्थानीय बाजारों में भी भारी गिरावट देखी गई। सोमवार को सेंसेक्स 1,000 से अधिक अंकों की गिरावट के साथ 77,000 के नीचे  चला गया। वहीं, दूसरी ओर रुपया डॉलर के मुकाबले 58 पैसे गिरकर 86.62 के सर्वकालिक निम्न स्तर पर पहुंच गया, जो दो वर्षों में सबसे बड़ी गिरावट है।

 

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गिरावट भारतीय बाजारों के लिए एक महत्वपूर्ण झटका

यह गिरावट भारतीय बाजारों के लिए एक महत्वपूर्ण झटका साबित हो रही है, जबकि निवेशक अब अमेरिकी अर्थव्यवस्था के संकेतों और वैश्विक बाजार की स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं। विदेशी निवेशकों द्वारा स्थानीय बाजार से तेज़ी से शुरू की गई बिकवाली ने सोमवार के सत्र में और तेजी पकड़ ली।

इसके परिणामस्वरूप, सेंसेक्स दिन के अंत में 1,048.90 अंकों की गिरावट के साथ 76,330.10 पर स्थिर हुआ। दूसरी ओर, निफ्टी ने भी 345.55 अंकों की गिरावट के साथ  23,100 के महत्वपूर्ण स्तर से नीचे आकर बंद किया। विदेशी निवेशकों ने इस साल अब तक के सबसे धीमे सत्र में 22,194 करोड़ रुपये से अधिक की बिकवाली की है।

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सोर्सेस

 

पिछले चार दिनों से बाजार में जारी इस गिरावट के चलते निवेशकों की करीब **25 लाख करोड़ रुपये की संपत्ति  का सफाया हो चुका है। यह स्थिति निवेशकों के लिए बड़ा झटका साबित हो रही है, और बाजार में अस्थिरता बढ़ने के संकेत दे रही है।

गिरता रुपया, महंगा होता तेल: घरेलू अर्थव्यवस्था पर बढ़ता दबाव

 

देश की आर्थिक वृद्धि दर के 6.4% के चार साल के निचले स्तर पर पहुंचने के अनुमान, गिरते हुए रुपये, घरेलू कंपनियों के तिमाही परिणामों में निराशा, और अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों के फिर से 80 डॉलर प्रति बैरल से ऊपर जाने की चिंताओं ने बाजार को झकझोर कर रख दिया है।

डॉलर के मुकाबले रुपया 86.62 के स्तर पर बंद हुआ। दिनभर के कारोबार में रुपये में 58 पैसे (0.7%) की गिरावट दर्ज की गई, जो कि पिछले दो वर्षों में सबसे बड़ी गिरावट है। इससे पहले फरवरी 2023 में रुपये में इतनी बड़ी गिरावट दर्ज की गई थी।

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स्टॉक मार्केट अपडेट: मुकुल अग्रवाल का विश्लेषण

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तेल की बढ़ती कीमतों और रुपये की गिरावट ने निवेशकों और अर्थव्यवस्था पर दबाव बढ़ा दिया है। यह स्थिति आर्थिक स्थिरता के लिए चिंता का विषय बनती जा रही है।

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